क्या ग्रहों का सेक्स लाइफ पर कोई असर पड़ता है?

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प्रश्नः मेरी शादी कुछ ही दिनों में होनेवाली है। एक पंडित ने मेरी कुंडली देख कर कहा कि मेरी सेक्स लाइफ अच्छी नहीं होगी। क्या ग्रहों का सेक्स लाइफ पर कोई असर पड़ता है?

उत्तर: ज्योतिष शास्त्र निसंदेह एक विज्ञान है, लेकिन कोई भी इंसान इसके गूढ़ नियमों को पूरी तरह नहीं समझ पाया है। मुझे आज तक ऐसा भी कोई ज्योतिषी नहीं मिला है, जिसकी सभी भविष्यवाणी सच हुई हों। आप अपने मन को किसी दुश्चिंता में ना उलझाएं, निश्चिंत हो कर शादी करें और वैवाहिक जीवन का आनंद उठाएं। सेक्स की अधिक जानकारी पाने के लिए आप अंग्रेजी में प्रकाशित सेक्स एंड यू और हिंदी में सेक्स, समस्याएं और समाधान पुस्तक पढ़ सकते हैं।

 

प्रश्नः मैं 29 साल की अविवाहित युवती हूं और एक एमएनसी में काम करती हूं। पढ़ी-लिखी, स्मार्ट हूं, पर दोस्त नहीं बनाती। वजह एक ही है, मुझे खुद से ही प्यार है। मैं जब भी खुद को मिरर में देखती हूं, तो लगता है ये जो शीशे में दिख रही है, इससे अधिक सेक्सुअल कोई दूसरा नहीं। मैं खुद की फैंटेसी में ही जीती हूं। मैंने कहीं ऑटोसेक्सुअलिटी के बारे में पढ़ा था, क्या मैं उसी दौर से गुजर रही हूं? क्या यह कोई बीमारी है? क्या इसका कुछ इलाज है?

उत्तरः मैंने भी ऑटोसेक्सुअलिटी के बारे में पढ़ा है, लेकिन इसका जिक्र काम कला से संबंधित कामसूत्र जैसे किसी भी पुराने ग्रंथ में नहीं किया गया है। मैं 55 हजार से अधिक मरीज देख चुका हूं (मेरे ख्याल से दुनिया के किसी दूसरे डॉक्टर ने अपनी जिंदगी में 5 हजार मरीज भी नहीं देखे हैं), लेकिन मेरे तजुर्बे में इस तरह का कोई जेनुइन केस नहीं आया है। हां, कई बार ऐसे मरीज जरूर अाए हैं, जो आईने में देख कर अपने आपसे बात करते हैं, अपने आप मुस्कराते हैं। जब मैं ऐसे केसेस की गहराई में गया, तो पाया कि ज्यादातर ये लोग मानसिक अस्वस्थता से पीड़ित थे। उनमें पर्सनेलिटी डिस्ऑर्डर अहम थे। दिमाग में खुद को ला कर, खुद की कल्पना करके उत्तेजित हो जाना और उसी से चरम सुख तक पहुंच जाना और वह भी हर वक्त, मेरे ख्याल से एेसा मुमकिन नहीं। आप किसी योग्य साइकियाट्रिस्ट से मिलें और उनकी राय लें।

प्रश्नः स्त्री या पुरुष की सेक्सुअल डिजायर किसी हारमोन के असर से कम-ज्यादा होती है, ऐसा मैंने कहीं पढ़ा था। मैं इस बात को पूरी तरह समझ नहीं पायी। क्या आप मुझे बता सकते हैं कि एेसे कौन से हारमोन्स हैं, जो व्यक्ति की कामेच्छा को प्रभावित करते हैं?

उत्तरः जी हां, सेक्सुअल डिजायर हारमोन्स से ही नियंत्रित होती है, जिन्हें आम बोलचाल की भाषा में सेक्स हारमोन कहा जाता है। पुरुषों में टेस्टोस्टेरॉन और महिलाअों में इस्ट्रोजन नाम के हारमोन को सेक्स हारमोन कहा जाता है। व्यक्ति की कामेच्छा, उत्तेजना और ऑर्गेज्म सब कुछ पर इन्हीं का वश चलता है। महिलाअों में टेस्टोस्टेरॉन का होना भी उनमें उत्तेजना में इजाफा करने का काम करता है, लेकिन यह नेचुरल ही हो, तो बेहतर है। सेक्सोलॉजिस्ट आमतौर पर टेबलेट या इन्जेक्शन के रूप में सिंथेटिक टेस्टोस्टेरॉन थेरैपी लेने की सलाह नहीं देते हैं। मेनोपॉज की अवस्था में आने पर महिलाओं में इस्ट्रोजन हारमोन की कमी में अचानक गिरावट अाती है, जो वेजाइना में ड्राईनेस का प्रमुख कारण है। इस सूखेपन की वजह से सेक्स दर्दभरा हो जाता है और महिला का मन उससे उचाट हो जाता है। इस्ट्रोजन हारमोन की कमी को दूर करने के लिए डाइट में सोयाबीन, हरी सब्जियां, टोफू पनीर वगैरह नियमित रूप से शामिल करें। सूर्यनमस्कार से भी लाभ हो सकता है। यदि डॉक्टर सलाह दें, तो महिला उनकी देखरेख में सिंथेटिक हारमोन ले सकती है। पुरुष में टेस्टोस्टेरॉन कम हो, तो वे गाय के घी में हींग या लहसुन का तड़का लगा कर 2 कटोरी उड़द दाल हफ्ते में 2 बार लें। हरी पत्तेदार सब्जियां भी खूब खाएं। फिर भी बात ना बने, तो डॉक्टर की सलाह से सिंथेटिक हारमोन ले सकते हैं।