बालों में केराटिन ट्रीटमेंट करवाने से पहले जानें ये जरूरी बातें
केराटिन ट्रीटमेंट एक सेमी परमानेंट हेअर स्मूदनिंग प्रोसीजर है, जो बालों की ऊपरी परत क्यूटिकल को स्मूद बनाती है। फरीदाबाद स्थित 7 शेड्स सैलून की पुनीती चौधरी का कहना है, ‘‘पॉल्यूशन, स्वीमिंग, स्ट्रॉन्ग शैंपू, हार्ड केमिकल्स, स्टाइलिंग ट्रीटमेंट्स से बाल डैमेज होने लगते हैं। हमारे बाल केराटिन से
केराटिन ट्रीटमेंट एक सेमी परमानेंट हेअर स्मूदनिंग प्रोसीजर है, जो बालों की ऊपरी परत क्यूटिकल को स्मूद बनाती है। फरीदाबाद स्थित 7 शेड्स सैलून की पुनीती चौधरी का कहना है, ‘‘पॉल्यूशन, स्वीमिंग, स्ट्रॉन्ग शैंपू, हार्ड केमिकल्स, स्टाइलिंग ट्रीटमेंट्स से बाल डैमेज होने लगते हैं। हमारे बाल केराटिन से
केराटिन ट्रीटमेंट एक सेमी परमानेंट हेअर स्मूदनिंग प्रोसीजर है, जो बालों की ऊपरी परत क्यूटिकल को स्मूद बनाती है। फरीदाबाद स्थित 7 शेड्स सैलून की पुनीती चौधरी का कहना है, ‘‘पॉल्यूशन, स्वीमिंग, स्ट्रॉन्ग शैंपू, हार्ड केमिकल्स, स्टाइलिंग ट्रीटमेंट्स से बाल डैमेज होने लगते हैं। हमारे बाल केराटिन से
केराटिन ट्रीटमेंट एक सेमी परमानेंट हेअर स्मूदनिंग प्रोसीजर है, जो बालों की ऊपरी परत क्यूटिकल को स्मूद बनाती है।
फरीदाबाद स्थित 7 शेड्स सैलून की पुनीती चौधरी का कहना है, ‘‘पॉल्यूशन, स्वीमिंग, स्ट्रॉन्ग शैंपू, हार्ड केमिकल्स, स्टाइलिंग ट्रीटमेंट्स से बाल डैमेज होने लगते हैं। हमारे बाल केराटिन से बने हैं। यह एक तरह का प्रोटीन होता है, जिससे हमारी त्वचा, बाल अौर नाखून बने होते हैं। अगर केराटिन की परत डैमेज हो जाती है, तो बाल रूखे, बेजान, पतले अौर फ्रिजी होने लगते हैं। केराटिन लॉस होने की वजह से उन पर किसी अौर स्टाइलिंग ट्रीटमेंट का कोई असर नहीं पड़ता अौर हेअर फॉल की समस्या बढ़ जाती है।’’
पुनीती चौधरी कहती हैं, ‘‘केराटिन ट्रीटमेंट का असर 3-4 महीने तक रहता है, लेकिन अगर बालों की ठीक से केअर की जाए, तो इसका असर 6 महीने तक रह सकता है। दूसरे हेअर ट्रीटमेंट्स की तरह केराटिन ट्रीटमेंट को अाप बार-बार रिपीट करवा सकती हैं। यह रिबॉन्डिंग की तरह वन टाइम ट्रीटमेंट नहीं है अौर ना ही इसमें किसी स्ट्रॉन्ग केमिकल का प्रयोग होता है।’’
मार्केट में तरह-तरह के केराटिन प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं, जिन्हें अप्लाई करने का तरीका अौर इसमें लगनेवाला समय अलग-अलग होता है। अगर अाप ज्यूविनेक्स बेस्ड ट्रीटमेंट कराएंगी, तो इसमें अापको 2-3 घंटे का समय लगेगा। इस ट्रीटमेंट में सबसे पहले बालों को केराटिन शैंपू अौर कंडीशनर से क्लीन किया जाता है, ताकि बालों में से गंदगी अौर धूल के कण निकल जाएं। उसके बाद बालों में केराटिन सॉल्यूशन अप्लाई करके बालों को ब्लो ड्राई, हॉट अायरनिंग जैसे ट्रीटमेंट दिए जाते हैं। हालांकि कुछ ट्रीटमेंट्स में 24 घंटे तक का समय भी लग सकता है।
केराटिन ट्रीटमेंट के फायदे
⇛ बाल चाहे कर्ली हों, कलर किए हों, वेवी हों या अार्टिफिशियल तरीके से स्ट्रेट किए हों, सभी पर यह ट्रीटमेंट किया जा सकता है।
⇛ अामतौर पर किसी हेअर प्रोसीजर के बाद बाल खराब हो जाते हैं, लेकिन केराटिन ट्रीटमेंट से बाल खराब नहीं होते। जब इस ट्रीटमेंट का असर कम होने लगता है, ताे बाल पहले जैसे लगने लगते हैं।
⇛ यह ट्रीटमेंट करने के बाद बालों की स्टाइलिंग अासान हो जाती है अौर स्टाइलिंग के लिए ज्यादा प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ती।
कुछ जरूरी बातें
⇛ इस ट्रीटमेंट को कराने के बाद बालों को लगभग 2 दिन तक खुला रखें अौर धूप से बचाएं, ताकि बालों में मॉइश्चर ना अाए। नमी से बालों में डिपॉजिट हुअा प्रोटीन निकल जाता है।
⇛ एक महीने के अंतराल पर केराटिन स्पा लेने से केराटिन का असर लंबे समय तक टिका रहता है।
⇛ ट्रीटमेंट के दौरान बालों में अार्टिफिशल केराटिन अप्लाई किया जाता है। सेंसेटिव स्किनवाली महिलाअों को इससे अांखों अौर त्वचा में एलर्जी हो सकती है।
⇛ केराटिन ट्रीटमेंट के बाद बालों में सल्फेट फ्री शैंपू अौर कंडीशनर का ही प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा ग्लाइकोलिक एसिडवाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी ना करें। इससे बालों का प्राकृतिक रंग खराब हो जाता है।
⇛ अगर बालों में कलर करती हों, तो ट्रीटमेंट से पहले कलर कराएं। बाद में जरूरी हो, तो सिर्फ रूट टचअप करें।
⇛ प्रेगनेंट महिलाअों को बालों में किसी तरह का ट्रीटमेंट नहीं कराना चाहिए। कुछ प्रोडक्ट्स में हानिकारक फॉर्मल्डिहाइड होता है। अाप फॉर्मल्डिहाइड फ्री ट्रीटमेंट ही कराएं। सैलून एक्सपर्ट से पहले इस ट्रीटमेंट का पैच टेस्ट करने को कहें। अब फॉर्मल्डिहाइड फ्री प्रोडक्ट ही अाने लगे हैं, लेकिन फिर भी इस ट्रीटमेंट के दौरान एक्सपर्ट अौर क्लाइंट दोनों को मास्क पहनना जरूरी है।