बालों की देखभाल के लिए अब कई तरह के हेअर प्रोडक्ट्स बाजार में मौजूद हैं। हेअर सीरम, टॉनिक और आॅइल की वेराइटी में से क्या आपके लिए बेस्ट है और इन्हें कैसे इस्तेमाल करना चाहिए, इस बारे में जानना बेहद जरूरी है। जानें एक्सपर्ट की इस बारे में क्या राय है।

बालों की देखभाल के लिए अब कई तरह के हेअर प्रोडक्ट्स बाजार में मौजूद हैं। हेअर सीरम, टॉनिक और आॅइल की वेराइटी में से क्या आपके लिए बेस्ट है और इन्हें कैसे इस्तेमाल करना चाहिए, इस बारे में जानना बेहद जरूरी है। जानें एक्सपर्ट की इस बारे में क्या राय है।

Want to gain access to all premium stories?

Activate your premium subscription today

  • Premium Stories
  • Ad Lite Experience
  • UnlimitedAccess
  • E-PaperAccess

बालों की देखभाल के लिए अब कई तरह के हेअर प्रोडक्ट्स बाजार में मौजूद हैं। हेअर सीरम, टॉनिक और आॅइल की वेराइटी में से क्या आपके लिए बेस्ट है और इन्हें कैसे इस्तेमाल करना चाहिए, इस बारे में जानना बेहद जरूरी है। जानें एक्सपर्ट की इस बारे में क्या राय है।

Want to gain access to all premium stories?

Activate your premium subscription today

  • Premium Stories
  • Ad Lite Experience
  • UnlimitedAccess
  • E-PaperAccess

बालों के लिए आज बाजार में तरह-तरह के हेअर सीरम और हेअर टॉनिक भी शामिल हैं। हमारे खराब लाइफस्टाइल, पाॅल्यूशन और स्ट्रेस के कारण बालों का झड़ना, उनका रूखा और बेजान होना अब आम समस्याएं बन गयी हैं। ऐसे में अब सिर्फ अच्छा हेअर ऑइल और कंडीशनर ही काफी नहीं है, अब आपको कई और तरह के प्रोडक्ट्स की भी जरूरत पड़ती है। एल्प्स क्लीनिक और एकेडमी की डाइरेक्टर डाॅक्टर भारती तनेजा का कहना है, ‘‘बालों की देखभाल करने में हेअर सीरम, अच्छा हेअर आॅइल और हेअर सीरम बहुत मददगार साबित हो सकते हैं। लेकिन अपने बालों के अनुसार सही प्रोडक्ट चुनना और इनके सही इस्तेमाल का तरीका जानना भी बहुत जरूरी है।’’

बाल झड़ते हों तो लगाएं हेअर टॉनिक

हमारे सिर के एक बाल की उम्र 3-6 साल होती है। अगर रोजाना आपके 50-100 बाल गिरते हों, तो घबराने की कोई बात नहीं है। हां, अगर इससे ज्यादा बाल गिरने लगें, तो फिर आपको कई बातों पर ध्यान देना होगा। इसमें आपकी डाइट का बहुत बड़ा हाथ होता है। इसके अलावा हर्बल हेअर टॉनिक भी आपके काम आ सकता है।

हेअर टॉनिक नॉन स्टिकी और हल्की फ्रेगरेंसवाला होना चाहिए। इससे बालों की जड़ों को पोषण मिलता है और बाल टूटना कम हो जाते हैं।

हेअर टॉनिक खरीदते समय ध्यान रखें कि इसमें हर्बल प्रोडक्ट्स हों। कुछ हेअर टॉनिक में एरोमेटिक ऑइल्स और होम्योपैथिक दवाएं भी होती हैं। यह दोमुंहे बालों की समस्या से भी छुटकारा दिलवाता है।

हेअर टॉनिक लगाने के बाद भी आप बालों को मनचाहे तरीके से सेट कर सकती हैं। स्टाइलिस्ट अब हेअर टाॅनिक को जैल या मूस के बजाय स्टाइलिंग टूल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।

इसके इस्तेमाल से स्कैल्प में मॉइश्चर बना रहता है, जिससे बालों में डैंड्रफ नहीं होता है।

बालों के लिए रोजमेरी ऑइल, विच हेजल आदि के गुणों से भरपूर हेअर टॉनिक चुनें। इसे आप कभी भी लगा सकते हैं। अगर यह वॉटर बेस्ड हो, तो इसे लगा कर बालों को धोना जरूरी नहीं है। बालों में लगे होने पर इसका हर्बल फॉर्मूला स्किन के अंदर एब्जॉर्ब हो जाता है और बाल स्टिकी नहीं लगते।

इन्हें कभी भी ज्यादा मात्रा में ना लगाएं, वरना बाल चिपचिपे हो जाएंगे।

कुछ टॉनिक्स को आप बालों में लगा कर नहीं छोड़ सकते। कलरिंग या गलत शैंपू से बाल ड्राई हो गए हों, तो रात को हेअर टॉनिक की 5-6 बूंदें बालों में लगा कर मसाज कर लें और सुबह बाल धो लें।

हेअर ग्रोथ बढ़ाता है सीरम

हेअर सीरम हेअर फॉलिकल्स की मदद से स्कैल्प के अंदर जा कर बालों की जड़ों को हेल्दी बनाता है। यह धूल, मिट्टी, प्रदूषण और धूप से डैमेज हुए बालों की रिपेयरिंग में मदद करता है। वे लोग, जिन्हें ज्यादातर समय बाहर रहना पड़ता है, उन्हें बालों को डैमेज होने से रोकने के लिए हेअर सीरम का नियमित प्रयोग करना चाहिए। आमतौर पर हेअर सीरम प्रोटीन, विटामिन ए और ई से मिल कर बने होते हैं। हर तरह के बालों के लिए अलग सीरम मौजूद हैं, इसलिए अपने बालों की क्वॉलिटी और प्रकार के अनुसार ही हेअर सीरम चुनना चाहिए। इसके दो तरीके हैं- या तो किसी एक्सपर्ट से राय लेना या फिर 2 या 3 तरह के सीरम को प्रयोग करके देखना। यह आम हेअर आॅइल की तरह बालों को चिपचिपा नहीं बनाता।

हेअर स्पा में भी सीरम लगाया जाता है। कुछ सीरम केवल रफ बालों में चमक लाने या बालों के क्यूटिकल्स बंद करने के लिए लगाए जाते हैं। इन्हें स्कैल्प में नहीं लगाया जाता।

सीरम की कुछ बूंदें ले कर उंगलियों से बालों में लगाएं। ये सीरम क्यूटिकल्स को बंद कर देते हैं, जिससे बालों के ऊपर एक शाइनी लेअर बन जाती है और रफनेस खत्म हो जाती है। इससे बाल साॅफ्ट और सिल्की भी बन जाते हैं।

हेअर सीरम लगाने के बाद हो सके, तो बालों को ब्लो ड्राई कर लें। इससे बाल गीले नहीं लगेंगे।

बाल धोने के तुरंत बाद हल्के गीले बालों में सीरम लगाने से उसका ज्यादा फायदा मिलता है।

अगर सीरम लगाने से बाल ज्यादा टूटें और दोमुंहे होने लगें, तो उस सीरम को बदल कर दूसरी कंपनी का प्रोडक्ट इस्तेमाल करें।

जो हेअर सीरम कंसंट्रेटेड फाॅर्म में मिलते हैं, उन्हें लगाना बहुत सुविधाजनक होता है। इसे ज्यादा मात्रा में लगाने की भी जरूरत नहीं पड़ती। सीरम की कुछ बूंदें ही आपके पूरे बालों के लिए काफी होती हैं।

इसे लगाने के लिए बालों की पार्टिंग निकालते हुए उंगली से स्कैल्प पर लगाएं और हल्की मसाज करें। इससे सीरम स्किन में एब्जाॅर्ब हो जाता है।

सीरम की कुछ बूंदें हथेलियों में ले कर रगड़ने से वह हल्का गरम हो जाता है, इससे बालों में एकसार फैलता है और एक जगह इकट्ठा नहीं होता।

हेअर ऑइल यानी ओल्ड इज गोल्ड

बालों को पोषण देने के लिए हेअर ऑइल से बालों की रेगुलर मसाज करना बहुत जरूरी है। बालों के लिए तेल चुनते समय यह जरूरी है कि इसमें कुदरती जड़ी-बूटियां, जैसे भृंगराज, आंवला, ब्राह्मी शामिल हों। भृंगराज बालों की जड़ों को मजबूत बना कर उन्हें झड़ने से रोकता है। ड्राई बालों के लिए भी भृंगराज अच्छा माना जाता है। आंवला बालों को पोषण दे कर उनका कुदरती कालापन बनाए रखने में मदद करता है। हेअर ऑइल से बालों की रात में मसाज करके उन्हें सुबह शैंपू से धो लें।

कर्ली बालों में नियमित रूप से अॉइल मसाज करना बहुत जरूरी है। इससे बाल फ्रिजी नहीं होते। जिनके बाल पतले, ऑइली और सिल्की होते हैं, उन्हें बालों की जड़ों में तेल नहीं लगाना चाहिए।

बालों में तेल लगाने के बाद गरम पानी से भीगा तौलिया सिर पर जरूर लपेटें, इससे स्कैल्प के रोमछिद्र खुल जाते हैं और बालों की जड़ों की भी मॉइश्चराइजिंग होती है।

बालों में तेल लगाने से पहले उसे हथेलियों में ले कर अच्छी तरह से रगड़ें। उसके बाद बालों की लंबाई से शुरू करते हुए ऑइल मसाज करना शुरू करें।