अंकुश निलेश शाह & अश्विनी शिनॉय शाह
मुंबई के कांदिवली स्टेशन के पास अक्तूबर 2019 में एक घटना सामने आयी, जिसे पढ़ कर शायद थोड़ा हैरान हो जाएंगे। आपने सड़कों के किनारे रेलवे स्टेशनों पर अनपढ़ देहाती लोगों को समोसे, चाट-पकौड़ी का खोमचा लगाते देखा होगा, जिससे उनके अपने परिवार का गुजर बसर हो सके। मिलिए, एमबीए दंपती अंकुश निलेश शाह और अश्विनी शिनॉय शाह से, जो मुंबई के स्टेशन पर अन्नपूर्णा परांठा स्टॉल नाम से एक छोटा सा स्टाल लगा कर पोहा, वड़ा पाव और परांठा बेचते थे। यह जोड़ी आज समाज के सामने इंसानियत की मिसाल बन गयी हैं। इनके ठेला लगाने की वजह दिल को छूनेवाली थी। अश्विनी ने ठेला लगाने की वजह बतायी, ‘‘हमने जो किया, वह अपने आप में बहुत बोल्ड स्टेप था। हम अपने घर में खाना बनाने वाली 55 साल की अम्मा की मदद करना चाहते थे। उसके पति को पैरालिटिक अटैक हुआ था। रुपयों की कमी की वजह से वह अपने पति का इलाज नहीं करवा पा रही थी। एक दिन हमने अम्मा को सुबह ज्यादा नाश्ता बनाने को कहा और उसके बनाए नाश्ते को हमने कांदिवली स्टेशन पर ले जा कर बेचा। उससे हमें जो भी रुपये मिले, उन्हें अम्मा को देना शुरू किया, जिससे उसके घर का गुजारा चल सके। ’ अश्विनी और अंकुश पब्लिसिटी नहीं चाहते थे, बल्कि वे गरीब अम्मा और उनकी जैसी अन्य महिलाअों की मदद करना चाहते थे। इस दंपती का सुबह-सुबह 4 से 6 बजे तक ठेला लगाना, फिर दोनों का अपनी-अपनी जॉब के लिए निकलना, कोई मामूली बात नहीं थी। दूसरों के लिए जीने वाली यह जोड़ी बहुत अच्छे परिवार से ताल्लुक रखती है। पिछले साल जब उनके काम के बारे में न्यूज वायरल हुई, तब लोगों को उनके बारे में मालूम हुआ। अब अंकुश और अश्विनी दोनों इस सोशल वर्क से पूरी तरह जुड़ चुके हैं। उनके साथ ऐसी महिलाएं जुड़ रही हैं, जो बहुत गरीब हैं, परिवार और समाज की मार खाने के बाद भी जीने को मजबूर हैं। उन्हें इसी अन्नपूर्णा परांठा स्टॉल में नाश्ते बनाने का काम सिखाया जाता है, जिसमें फूड क्वॉलिटी और हाइजीन का विशेष ध्यान रखने को कहा जाता है। ये महिलाएं बहुत सुबह नाश्ता बनाती हैं और हेल्दी होममेड, हाइजीनिक स्वादिष्ट परांठे और नाश्ते ग्राहकों को पहुंचाती हैं।
ग्राहकों को सस्ता और स्वादिष्ट नाश्ता मिलता है। दिहाड़ी पर काम करने वाली इन औरतों के परिवार की दशा सुधर रही है और शाह कपल के चेहरे की रौनक बढ़ रही है।