Monday 18 October 2021 03:01 PM IST : By Team Vanita

ऑनलाइन सेल का लाभ उठाने से पहले ध्यान में रखें ये 101 टिप्स

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जब अपनों को देना हो उपहार

1 दशहरा, दीवाली, भाईदूज जैसे त्योहार लोगों को उपहार देने के लिए अच्छे मौके हैं। इन दिनों बैंक कार्ड पर छूट के ऑफर आते हैं। अगर इस तरह का ऑफर त्योहारों के महीने दो-महीने पहले भी आता है, तो खरीदारी कर सकते हैं। इन दिनों अधिक उपहार खरीदना हो, तो इसके दूसरे फायदे भी मिलते हैं, जैसे रिवाॅर्ड्स पॉइंट्स, वर्चुअल कॉइन्स का मिलना।

2 अचानक किसी का बर्थडे या एनिवर्सरी उसी दिन याद आए, तो इस पछतावे को तुरंत दूर करने के लिए सेम डे डिलीवरी के ऑप्शन देने वाली ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल का फायदा उठाएं। ऐसे अवसरों के लिए बिलेटेड मैसेज के साथ चॉकलेट बुके, केक के साथ लाल गुलाब के फूलों का गुलदस्ता, फूलों के साथ टेडी बियर या हेल्दी ड्राईफ्रूट्स बास्केट ऑर्डर करें और रिश्तों की खुशबू बरकरार रखें।

3 सेम डे डिलीवरी में कई तरह के ऑप्शन होते हैं जैसे मिडनाइट डिलीवरी, 3 या 4 घंटे की एक्सप्रेस डिलीवरी या फिर उसी दिन किसी भी समय की जाने वाली डिलीवरी।

4 अगर किसी को गिफ्ट करना चाहते हैं और कुछ सूझ नहीं रहा, तो गिफ्ट कूपन भी दे सकते हैं। आजकल लगभग हर शॉपिंग साइट गिफ्ट कूपन या कार्ड दे रही हैं, जिसके माध्यम से आप मनचाही रकम भेज सकते हैं। कूपन का इस्तेमाल उस साइट पर शॉपिंग के लिए हो सकता है।

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5 वर्क फ्रॉम होम कर रहे दोस्तों को उपहार देना चाहते हैं, तो एक बार इसे जरूर खंगालें। यहां पर फोिल्डंग लैपटॉप स्टैंड, सक्शन मग, 3 इन 1 मोबाइल चार्जिंग स्टेशन, मल्टीफंक्शनल पोर्टेबल लैपटॉप टेबल, डिजिटल क्लॉक की बड़ी रेंज उपलब्ध हैं।

6 कॉरपोरेट गिफ्ट देने के लिए भी ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल एक अच्छा माध्यम है। इसमें कई तरह के विकल्प उपलब्ध हैं जैसे ड्रिंकवेअर,प्लांट्स, ट्रेवल एक्सेसरीज (डबल साइडेड पेन ड्राइव, की चेन, टेलिस्कोप), विजििटंग कार्ड होल्डर, वॉलेट विद पावर बैंक।

जूते या बैग खरीदें एेसे

7 जूते की शॉपिंग करते समय उन सेलर्स को प्राथमिकता दें, जिन्होंने अलग-अलग एंगल से ली गयी फुटवेअर की तसवीरों को अपनी साइट पर अपलोड किया हो। हर तसवीर को जूम करके देखने के बाद आपको उसके सही रंग और टेक्सचर का पता चल जाएगा। इससे खरीदारी आसान हो जाएगी।

8 अगर किसी नए ब्रांड को फुटवेअर शॉपिंग के लिए ट्राई कर रहे हैं, तो पहली बार में एक ही जोड़ी मंगवाएं। किसी तरह की दिक्कत हो, तो वापस करने को ले कर टेंशन नहीं होगी। कई जोड़े का ऑर्डर एक साथ देने की स्थिति में इसे अलग-अलग समय पर रिटर्न करने का तनाव बना रहेगा।

9 महिलाओं की सबसे पसंदीदा एक्सेसरीज बैग है। बैग की खरीदारी के समय उसके साइज के साथ-साथ उसके वजन पर भी जरूर ध्यान दें। अगर आप बैग में ढेर सारा सामान रखती हैं, तो हल्के वजन का बैग चुनें, वरना आपके कंधे या हाथ में दर्द की समस्या शुरू हो जाएगी। 

10 ऑनलाइन बैग्स खरीदते समय केअर और मेंटेनेंस में लिखी गयी बातों को जरूर ध्यान में रखें, खासकर जब बैग काफी महंगा हो। यह भी जान लें कि मेन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट निकलने पर किस तरह की गारंटी का जिक्र है।

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11 कुछ ऑनलाइन स्टोर्स पर डिजाइनर बैग की नकल भी उपलब्ध होती हैं। ऐसे में बैग खरीदते समय उसकी बारीकियों पर गौर करें जैसे उसका जिप, लोगो, सिलाई, मटीरियल।

12 एक और खास बात को ध्यान में रखें कि डिजाइनर बैग्स स्पेशल केअर कार्ड्स के साथ मिलते हैं। इसके अलावा प्रामाणिकता का प्रमाणपत्र भी देते हैं। नकली बैग में यह अनुपलब्ध होता है।

13 दुकान से बैग खरीदते समय उसके हैंडल, स्ट्रैप को छू कर समझना आसान होता है, लेकिन ऑनलाइन में कंफ्यूजन बना रहता है। बेहतर होगा कि हैंडल और स्ट्रैप का डिजाइन चुनते समय कंफर्ट को प्राथमिकता दें।

जब करें ज्वेलरी शॉपिंग

14 ऑनलाइन गोल्ड ज्वेलरी खरीदते समय ज्वेलर की ओर से दिए जानेवाले अप्रेजल और वैल्यूशन को अच्छी तरह चेक करें। अगर जेम स्टोन्स लगे हों, तो उनकी डिटेल्स होनी चाहिए जैसे हीरे का कट, कलर, क्लेरिटी व कैरेट वेट।

15 महंगी ज्वेलरी खरीदते समय यह जानना भी जरूरी है कि उसका वॉरंटी पीरियड क्या है। यह मेन्युफैक्चरर, वेंडर या सेलर की ओर से दिया जाता है। ऑनलाइन खरीदते समय यह वॉरंटी एक नियत समय तक किसी भी तरह के डिफेक्ट को कवर करेगी। यह भी चेक करें कि वॉरंटी में जड़ाऊ आभूषणों के नगीने की सेटिंग में किसी तरह की कमी निकलने को शामिल किया गया है या नहीं।

16 अंगूठी की ऑनलाइन खरीदारी करना एक कठिन काम है। इसमें उंगली का सही साइज पता होना जरूरी है। बेहतर होगा आप लोकल ज्वेलर्स के पास जा कर अपनी उंगली का नाप लें, इसके बाद ही ऑर्डर करें। चूडि़यां खरीदते समय भी इस बात का खास खयाल रखें।

17 इमिटेशन ज्वेलरी की ऑनलाइन खरीदारी में पहले डिजाइन पसंद करें, फिर उसी आइटम को दूसरी साइट्स पर जा कर भी चेक करें। चाहें, तो पसंदीदा आइटम के नाम को कॉपी कर लें और दूसरे ई-कॉमर्स पोर्टल पर उसे पेस्ट कर वहां सर्च करें। जहां कीमत कम लगे, वहां से खरीदें।

18 फैशन ज्वेलरी खरीदते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि ज्वेलरी की कीमत और डिलीवरी चार्ज मिला कर वह बहुत महंगी नहीं पड़ रही हो। फिर भी अगर आप उस ज्वेलरी को लेने का इरादा बना ही चुकी हैं, तो कुछ और आइटम्स भी ले लें। कई बार कुछ ई-कॉमर्स साइट पर एक नियत रकम तक की खरीदारी करने पर डिलीवरी चार्ज नहीं देना पड़ता है।

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19 फैशन ज्वेलरी खरीदते समय ऑनलाइन रिव्यूज को अनदेखा नहीं करें। कस्टमर की ओर से शेअर की गयी पिक्चर्स को भी गौर से देखें। वहां ज्वेलरी का ओरिजनल लुक नजर आएगा। यह तरीका आपको ज्वेलरी खरीदने को ले कर सही निर्णय लेने में मदद करेगा।

20 गोल्ड ज्वेलरी शॉपिंग करते समय उसकी रिटर्न पॉलिसी को अच्छी तरह पढ़ लें। ऑनलाइन साइट्स से खरीदी जाने वाली दूसरी चीजों की तुलना में गोल्ड ज्वेलरी की रिटर्न पॉलिसी कम दिनों के लिए होती है।

मेकअप प्रोडक्ट की खरीदारी 

21ऑनलाइन फाउंडेशन खरीदारी करते समय सबसे पहले शेड को ध्यान रखें, क्योंकि आपको इसे अपनी स्किन पर लगा कर देखने का अवसर नहीं मिलता है। इसीलिए शेड कार्ड को ध्यान में रख कर अपने कॉम्पलेक्शन के मुताबिक मेकअप प्रोडक्ट खरीदें। 

22 लिप कलर चाहे 9 टू 5 हो या मॉइश्चराइजर रिच लिप कलर, शेड पर अच्छी तरह गौर करके ही खरीदें। अकसर जो ऑनलाइन स्क्रीन पर दिखता है, खरीदने पर वैसे ही लिप शेड आपके पास आएं, यह जरूरी नहीं।

23 आई शैडो में प्लेन और शिमर दोनों तरह के शेड होते हैं। इसे खरीदने से पहले देखें कि आई शैडो पैलेट में कौन-कौन से शेड्स हैं। रेगुलर ऑफिस मेकअप के लिए अलग और पार्टी-फंक्शन के लिए अलग शेड कार्ड होते हैं। मेकअप प्रोडक्ट की चॉइस के दौरान इस बात को ध्यान रखें। कुछ अर्दी शेड के आई शैडो भी खरीदें। 

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24 मेकअप खरीदते समय डिस्काउंट डील पर भी गौर करें। डील में कई बार प्रोडक्ट बहुत अच्छा और सस्ता भी मिल जाता है। 

25 मेकअप प्रोडक्ट की एक्सपायरी पर ध्यान दें। अगर प्रोडक्ट पर किसी एक्सपायरी डेट का उल्लेख नहीं हो, तो उसे ना खरीदें। 

26 फेस पाउडर लूज पाउडर और कॉम्पैक्ट दोनों ही रूपों में मिलता है। स्किन टोन अगर सांवली या वीटिश है, तो फेस पाउडर आइवरी शेड का लें। फेअर स्किन टोन के लिए पिंक शेड का लूज पाउडर खरीदें। 

27 ब्लश ऑन न्यूट्रल शेड का खरीदें। यह ऑफिस जाने के समय किए जाने वाले मेकअप के लिए बहुत अच्छा है। 

28 मेकअप प्रोडक्ट के साथ-साथ ब्यूटी प्रोडक्ट खरीदते समय भी डील का ध्यान रखें। बड़े साइज के पैक ही खरीदें। ये किफायती होते हैं। 

29 ब्यूटी प्रोडक्ट को ऑनलाइन खरीदते समय अपनी स्किन टाइप को ध्यान में जरूर रखें। जिस ब्रांड का स्किन प्रोडक्ट लगाती हैं, उसी ब्रांड को ऑनलाइन शॉपिंग साइट से खरीदें। ब्यूटी प्रोडक्ट की अपनी साइट से भी खरीद सकती हैं। वहां भी कई बार फेस्टिवल सेल लगती है। 

30 रिव्यूज को भी पढ़ कर देखें। इससे भी आइडिया हो जाएगा कि वह प्रोडक्ट खरीदना सही है कि नहीं। बेस्टसेलर शेड्स भी ट्राई कर सकती हैं।

कपड़े खरीदते समय

31 ऑनलाइन कपड़े खरीदते समय कलर, साइज, मटीरियल और प्राइस सभी कुछ मायने रखते हैं। 

32 सबसे पहले यह देखना जरूरी है कि कपड़े कौन सी साइट से खरीद रहे हैं। किस अवसर के लिए खरीद रहे हैं। कोई भी कपड़ा खरीदें, पर पहले कस्टमर्स के रिव्यूज भी पढ़ें और रेटिंग देखें। 

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33 अपना बजट देखें। जिस ब्रांड के कपड़े खरीदने जा रही हैं, उस ब्रांड के बारे में सारी जानकारी लें। रिटर्न पॉलिसी के बारे में अच्छी तरह से जानकारी लें लें। 

34 अपनी फिगर को देखते हुए सही साइज की ड्रेस खरीदें, ताकि फिटिंग सही आए। सही साइज का खरीदेंगे, तो रिटर्न का झंझट नहीं रहेगा। एक बार आपको अपने फेवरेट ब्रांड के कपड़ों का साइज का अंदाजा हो जाए, तो ड्रेस खरीदना आसान हो जाएगा। इन साइट्स से आप जब बाद में शॉपिंग करते हैं, ये आपको आपके साइज को ले कर सजेशन भी देते हैं। 

35 ऑनलाइन अंडरगारमेंट की खरीदारी में खासतौर पर साइज का ध्यान देना जरूरी है। जैसे शॉपिंग कॉम्पलेक्स में आप ट्रायल रूम में 2-3 साइज एक साथ ले कर जाते हैं, ऑनलाइन शॉपिंग में अलग-अलग साइज मंगाने की भूल ना करें। बड़ी कंपनी के शॉपिंग साइट अंडरगारमेंट की रिटर्न पॉलिसी में बहुत सी शर्तें लगाते हैं या फिर वापस नहीं लेेते हैं। 

36 कपड़ों की खरीदारी का बजट बनाएं। एेसा नहीं करेंगी, तो ज्यादा खरीदारी हो जाएगी और बजट गड़बड़ा जाएगा। बजट दिमाग में रहेगा, तो खुद को समय पर रोक पाएंगी। 

37 अपने मूड पर गौर करें। कलर, फैब्रिक और ट्रेंड को ले कर आपने पहले से कुछ सोच कर रखा हुआ है, तो कपड़ों की खरीदारी करना आसान हो जाएगा। 

38 विश लिस्ट या शॉपिंग कार्ट में कपड़ों को चुन कर रखती जाएं। फिर इसमें से चूज करें। चॉइस किए कपड़ों पर फिर एक बार नजर दौड़ाएं। अंत में जो सबसे अच्छा और आपके बजट के मुताबिक हो, उसे ही खरीदें। 

39 एक ही तरह की ड्रेस कई रंगों में खरीदने की जगह ड्रेस में वेराइटी रखें। देख लें कि जो आप ऑनलाइन खरीद रही हैं, उससे मिलता-जुलता रंग आपके पास पहले से तो नहीं है।

40 अगर खरीदारी करने से पहले आपको किसी तरह का कंफ्यूजन है, तो अपनी सहेली से शेअर करें। उसकी राय भी ले सकती है। 

41 कई बार जो कलर आपको स्क्रीन में दिखता है, खरीदारी करने पर उस ड्रेस का कलर वैसा नहीं दिखता। अच्छा होगा कि एेस शेड के कपड़े खरीदें, जिसमें बहुत अंतर ना दिखता हो। 

42 ऑनलाइन कपड़ों की खरीदारी में सेल के खेल को भी समझें। वेस्टर्न आउटफिट और ड्रेसेज को खरीदने का बेहतरीन समय हमेशा एंड ऑफ सीजन पर होता है। नवरात्र, दीवाली, नए साल जैसे अवसरों पर सेल पर प्रोडक्ट्स पर मिलनेवाली छूट पर नजर रखें।

43 कुछ शॉपिंग साइट्स ट्राई एंड बाय का ऑप्शन देती हैं। अगर आपको अपने साइज को ले कर कंफ्यूजन है, तो यह विकल्प आपके लिए बेहतर है। इसमें आप एक ड्रेस के कई साइज मंगा कर ट्राई करके देख सकते हैं और जो फिट आए, उसके पैसे डिलीवरी बॉय को दे सकते हैं। आप प्लस साइज की ड्रेस खरीदना चाहते हैं, तो उसके लिए भी कई साइट्स मौजूद हैं।

किचन गैजेट्स की खरीदारी

44 अगर आप अपनी किचन में मौजूद पुराने सामान से ऊब गयी हैं और कुछ नए गैजेट्स से अपने काम को आसान बनाना चाहती हैं, तो फेस्टिवल सीजन इनकी खरीदारी के लिए बेस्ट टाइम है। इन दिनों लगभग सभी ई-कॉमर्स साइट्स पर छूट दी जाती है। 

45 ऑनलाइन किचन का सामान खरीदने से पहले आप उन सभी चीजों की लिस्ट बना लें, जिन्हें आपको खरीदने का मन है। विशलिस्ट तैयार होने के बाद ही किसी साइट पर क्लिक करें।

46 ऑनलाइन शॉपिंग में बजट से बढ़ कर खरीदारी हो जाती है, क्योंकि आपको कई चीजें लुभाती हैं। लेकिन आप अपनी जेब और जरूरत के मुताबिक ही खरीदारी करें।

47 आजकल किचन में काम आने वाली एेसी-एेसी चीजें आ गयी हैं, जिन्हें देख कर लगता है कि इससे तो हमारा काम आसान हो जाएगा, लेकिन हर बार एेसा नहीं होता। आप सामान मंगा लेती हैं और कुछ दिनों के बाद लगता है कि यह तो आपके काम का है ही नहीं। इस बात का खास खयाल रखें। 

48 ऑनलाइन शॉपिंग में आप चीजों को तभी वास्तविक रूप में देख-परख सकते हैं, जब आप उसे खरीद लें और वह सामान आपको डिलीवर हो जाए। खरीदी गयी चीज की क्वॉलिटी अच्छी हो, चाहे बरतन हो या कोई इलेक्ट्रिकल आइटम, इसका ध्यान रखें। बड़ी कंपनियां गुणवत्ता से समझौता नहीं करतीं। 

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49 किचन अप्‍लायंसेज किसी नामी कंपनी का ही खरीदें। सस्‍ते के चक्‍कर में आप घटिया क्‍वॉलिटी का सामान खरीद लेंगे, तो बाद में परेशानी हो सकती है।

50 किचन एक्सेसरीज ले रही हैं, तो अपनी किचन के साइज को भी ध्यान में रखें। अगर कोई चीज प्लेटफॉर्म पर रखनी है और वहां जगह कम है, तो एेसा आइटम ही चुनें, जो कम जगह घेरता हो। कई बार स्पेस सेविंग के चक्कर में हम एेसी चीजें खरीद लेते हैं, जिससे ज्यादा जगह घिर जाती है।

51 किचन की कोई भी चीज ऑनलाइन खरीदने से पहले उसके बारे में साइट पर दी गयी पूरी जानकारी पढ़ें। प्रोडक्‍ट की फोटोज देखें। रिव्‍यूज जरूर पढ़ें। कुछ साइ्ट्स पर प्रोडक्‍ट के रिव्‍यू का वीडियो भी होता है। आप यूट्यूब पर भी उस खास प्रोडक्‍ट के रिव्‍यूज देख सकते हैं। रिव्‍यूज अच्‍छे हों और प्रोडक्‍ट दिखने में अच्‍छा हो, तभी उसे खरीदने का विचार करें।

52 स्टार रेटिंग भी हमारी ऑनलाइन खरीदारी को प्रभावित करता है। देखें कि कितने लोगों ने रेटिंग दी है। ग्राहकों की रेटिंग के आधार पर आप उस सामान को खरीदने या ना खरीदने का फैसला कर सकते हैं। 

53 यदि आप कोई नया लॉन्‍च हुआ प्रोडक्‍ट देख रहे हैं, तो उसे किस तरह ऑपरेट करते हैं, इसका वीडियो जरूर देखें। ई-कॉमर्स साइट्स आजकल इस तरह के वीडियोज अपने एप में उपलब्‍ध कराती हैं। इससे अंदाजा हो जाएगा कि आप उसे आसानी से हैंडल कर पाएंगे या नहीं। अगर लगे कि उसे चलाने में आपको दिक्‍कत आ सकती है, तो कोई दूसरी चीज पर फोकस करें।

54 नए लॉन्‍च प्रोडक्‍ट को खरीदने की जल्‍दबाजी ना करें। शुरुआत में इनकी कीमत अधिक होती है, जो बाद में कम हो जाती है। ऑफर का इंतजार करें या ऐसे समय में उसे ऑर्डर करें जब सेल चल रही हो या उससे मिलता-जुलता कोई दूसरा प्रोडक्‍ट लॉन्‍च हुआ हो। ऐसे में सामान सस्‍ता मिल सकता है। 

55 एक ही सामान की कीमत अलग-अलग ई-कॉमर्स साइट पर अलग-अलग हो सकती है। फाइनल ऑर्डर करने से पहले 2-3 साइट्स पर जा कर उस प्रोडक्ट की कीमत पता करें। जहां सस्‍ता मिल रहा हो वहीं से लें। 

56 आप सामान बनाने वाली कंपनी की वेबसाइट से भी खरीदारी कर सकते हैं। हो सकता है वहां कीमत थोड़ी ज्‍यादा हो, पर ओरिजिनल चीज की गारंटी रहेगी।

57 सामान खरीदने से पहले उसकी वॉरंटी के बारे में पता कर लें। रिटर्न पॉलिसी भी जरूर पढ़ लें। इससे सामान जब आपके हाथ में आएगा और आपको पसंद नहीं आया, तो उसे नियत समय में लौटा सकेंगे। वॉरंटी की शर्तें पता होंगी, तो बाद में इस्‍तेमाल करने के बाद कोई दिक्‍कत होने पर उसकी रिपेयरिंग या रिप्‍लेसमेंट करा सकेंगे।

58 घर छोटा हो, तो भारीभरकम वैक्‍यूम क्‍लीनर जैसे आइटम ना खरीदें। ई-कॉमर्स साइट्स पर चेक करें, इस तरह के छोटे और हल्‍के आइटम उपलब्‍ध हैं, जिन्‍हें आप आसानी से चला सकते हैं। 

59 ग्रॉसरी की शॉपिंग के लिए आजकल घंटे-दो घंटे में सामान डिलीवर करने वाली कई शॉपिंग साइट्स हैं। उनमें सबसे अच्‍छी डील किस साइट पर मिल रही है, इसे सर्च करने के बाद ही ऑर्डर करें।

इलेक्ट्रॉनिक व डेकोरेटिव आइटम

60 इलेक्‍ट्रॉनिक सामान जैसे फोन, लैपटॉप, गैजेट्स और एक्‍सेसरीज खरीदने के लिए ऑनलाइन ऑप्‍शन बेस्‍ट है। कई बार कोई नया प्रोडक्‍ट पहले ऑनलाइन लॉन्‍च होता है, बाद में स्‍टोर्स में बिकता है। 

61 इलेक्‍ट्रॉनिक आइटम के स्‍पेफिकेशन और फीचर्स चेक करके ही खरीदें। जो आपके बजट में हो और आपकी जरूरत को पूरा करता हो, वही खरीदें।

62 आजकल यूज्‍ड या रिफर्बिश्‍ड इलेक्‍ट्रॉनिक सामान खूब मिल रहे हैं। ये नए के मुकाबले सस्‍ते पड़ते हैं, लेकिन ऐसा सामान किसी वेरिफाइड साइट से ही लें। कभीकभार इनमें ओरिजिनल कंपोनेंट बदल कर नकली लगा देने का अंदेशा रहता है। बजट सीमित हो और फीचर्स ज्‍यादा चाहिए, तो यूज्‍ड या रिफर्बिश्‍ड आइटम सर्च कर सकते हैं। 

63 इलेक्‍ट्रॉनिक आइटम यूजर फ्रेंडली होने चाहिए। आपने कोई महंगा स्‍मार्टफोन खरीद लिया और उसके फीचर्स समझ ना आएं, तो पैसे बेकार जाएंगे। वही गैजेट्स लें, जिन्हें आप आसानी से ऑपेरट कर सकें।

64 हेडफोन, इयरबड, इयरफोन आदि ब्रांडेड ही लें। सस्‍ते के चक्‍कर में किसी भी ऐरीगैरी कंपनी का लेंगे, तो थोड़े दिनों के बाद आपकी सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है।

65 डेकोरेटिव आइटम की शॉपिंग के लिए ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म पर आपको बहुत से ऑप्‍शन मिलते हैं। अपनी पसंद और जगह की उपलब्‍धता को देखते हुए ही ऑर्डर करें। 

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66 शोपीस या डेकोरेटिव लाइट्स खरीदने से पहले कमरे के साइज और कलर स्‍कीम को ध्‍यान में रखें।

67 छोटे ड्रॉइंगरूम के लिए बड़ा शैंडलियर ना खरीदें। जो डेकोरेटिव लाइट या फिटिंग्स ऑर्डर कर रहे हैं, वह रिटर्न हो सकती है या नहीं, इसका पता कर लें। रिटर्नेबल आइटम ही खरीदें। 

68 इंटीरियर के लिए कारपेट, रग्स या कोई दूसरी चीज ऑनलाइन ऑर्डर कर रहे हों, तो पहले देख लें कि वह आपके घर के बाकी इंटीरियर से मैच करेगी या नहीं। साथ ही उसकी मेंटेनेंस के बारे में भी ठीक से पता कर लें, वरना आप यह ले तो लेंगे, पर बाद में रखरखाव ना कर पाने पर सिरदर्द साबित होगी।

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69 बागवानी का शौक हो, तो ऑनलाइन पौधे अच्छे मिल जाते हैं। आप इतना ध्‍यान रखें कि पौधे और पॉट अलग-अलग खरीदें, इससे सस्‍ते पड़ेंगे। अगर ऑनलाइन पौधा महंगा हो, तो गमले ऑनलाइन मंगा लें और प्‍लांट पास की किसी नर्सरी से ले लें। आप किचन गार्डन के लिए ऑनलाइन फलों और सब्जियों के बीज भी मंगा सकते हैं।

थोड़ी एक्स्ट्रा सेफ्टी

70 आजकल वॉट्सएप के जरिए भी सेलर्स तरह-तरह की चीजें बेच रहे हैं। अगर आप भी एेसे किसी ग्रुप का हिस्सा हैं, तो आसानी से शॉपिंग कर सकती हैं। आप वॉट्सएप पर ही सामान या ड्रेस आदि का पूरा विवरण देख कर ऑर्डर कर सकते हैं। लेकिन इस तरह की शॉपिंग करते हुए आश्वस्त हो लें कि वॉट्सएप शॉपिंग ग्रुप जेनुइन है।

71 कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्‍शन चुनें, यह आपको किसी ठगी से बचा सकता है। सामान डिलीवर करने के बाद पेमेंट करें और डिलीवरी बॉय के सामने ही पैकिंग खोल कर देख लें। कोई गड़बड़ी हो, तो तुरंत रिपोर्ट करें।

72 आजकल आमतौर पर सब चीजों की डिलीवरी फ्री होती है। फ्री डिलीवरी के लिए एक-दो दिन ज्‍यादा लगें, तो लगने दें। हां, किसी खास मौके के लिए कोई चीज मंगा रहे हों, तो पेड डिलीवरी का ऑप्‍शन मजबूरी हो सकता है।

73 कई बार जैसे ही आप कोई चीज सर्च करेंगे, उस पर लिखा होगा ‘ओनली फ्यू लेफ्ट।’ यानी कुछ ही पीस बचे हैं। इससे आप हड़बड़ा कर तुरंत ऑर्डर कर देते हैं। यह इनका सामान बेचने का एक तरीका है, इनके झांसे में ना आएं, वही खरीदें, जो आपको पसंद हो। 

74 जब भी कोई सामान ऑर्डर करें, एक बार बैंक या ई-वॉलेट के ऑफर्स पर जरूर नजर दौड़ा लें। कई बार बैंक और वाॅलेट अच्छा कैशबैक देते हैं, उसका फायदा उठाएं।

आॅनलाइन शॉपिंग सेफ्टी

75 किसी भी ई-कॉमर्स साइट पर अपना ऑर्डर प्लेस करते समय हमेशा सिक्योर कनेक्शन और नेटवर्क का ध्यान रखें। इसके लिए कंप्यूटर में एंटीवायरस इंस्टाॅल करें या अपनी फायरवाॅल को हमेशा आॅन करके रखें। इस तरह से कोई भी वायरस या हैकर आपकी फाइनेंशियल इन्फाॅर्मेशन चुरा नहीं पाएगा। 

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76 अपने कंप्यूटर में एंटी वायरस प्रोग्राम को समय-समय पर अपडेट भी करते रहें। कुछ पेड सिक्योरिटी सूट्स भी अब मौजूद हैं, जिनमें एंटी वायरस साॅफ्टवेअर, स्पैम, फिशिंग मेल्स और फिशिंग अटैक से सुरक्षा मिलती है। इन्हें भी खरीदा जा सकता है। इन्हें भी समय-समय पर अपडेट करने की जरूरत होती है।

77 आॅनलाइन शॉपिंग करते अगर आप वायरलेस नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं, तो इसे इंक्रिप्ट करके रखें, इस तरह से कोई हैकर आपकी पर्सनल इन्फाॅर्मेशन चुरा नहीं पाएगा। इसी तरह से पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल कर रहे हों, तो कोई फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन ना करें।

78 कई बार ऐसा होता है कि हम किसी बड़े रेस्टोरेंट या माॅल में बैठ कर वहां का हाॅटस्पाॅट इस्तेमाल कर रहे होते हैं। इनसे कनेक्ट करते समय उस जगह की सही स्पेलिंग पर ध्यान दें। हैकर्स फ्राॅड नेटवर्क में ऐसी जगहों की स्पेलिंग 
में एक या दो एल्फाबेट की फेरबदल करके शिकार की तलाश में रहते हैं। इस समय अपने कंप्यूटर की सेटिंग्स में जा कर शेअरिंग का आॅप्शन आॅफ कर दें। 

79 अगर किसी जानेमाने ब्रांड से शॉपिंग करनी हो, तो कोशिश करें कि पब्लिक साइट्स के बजाय उन ब्रांड्स की पर्सनल साइट्स से शॉपिंग करें, ताकि कोई परेशानी होने पर आप उनके स्टोर में जा कर कंप्लेंट कर सकें।

80 कोई नया ब्रांड हो, तो उसके ई-स्टोर के बारे में रिव्यू भी पढ़ लें। अलग-अलग ई-स्टोर्स का रिव्यू करने के लिए कई साइट्स भी आॅनलाइन मौजूद हैं। अगर उस साइट के बारे में कोई रिव्यू मौजूद नहीं है या फिर नेगेटिव रिव्यूज ज्यादा हों, तो उस साइट से शॉपिंग ना करें।

81 अगर आप बहुत ज्यादा ऑनलाइन शॉपिंग करते हों, तो बेहतर होगा कि इसके कम्युनिकेशन के लिए अलग से ईमेल अकाउंट बनाएं। इसके कई फायदे होंगे, एक तो आपकी पर्सनल और फाइनेेंशियल इन्फॉर्मेशन आसानी से लीक नहीं हो पाएगी, इसके अलावा अगर गलती से किसी अनसेफ लिंक पर क्लिक हो गया हो, तो भी आपकी डिटेल्स हैक करना आसान नहीं हो पाएगा। 

82 ऐसे आॅफर्स को अवेल करने से पहले दो बार सोच लें, जो जरूरत से ज्यादा अच्छे हों। इसे बेट एंड चीट स्कैम कहा जाता है, जैसे कि हजार रुपए की कोई चीज अगर आपको 50-100 रुपए में मिल रही हो, तो संभल जाएं। यह या तो एक्सपायर्ड हो सकती है या फिर बहुत खराब क्वाॅलिटी की हो सकती है। 

83 आॅनलाइन शॉपिंग करते समय साइट आपसे कुछ जरूरी इन्फाॅर्मेशन ही मांगती है, जैसे मोड आॅफ पेमेंट, शिपिंग एड्रेस, मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस। इसके अलावा अगर साइट से कुछ और डिटेल पूछी जाए, तो रुक जाएं जैसे कि बैंक अकाउंट की इन्फाॅर्मेशन, आधार नंबर, लाइसेंस नंबर, पैन नंबर आदि। इस तरह की इन्फाॅर्मेशन शॉपिंग करते समय आपको देने की कोई जरूरत नहीं 
होती। कुछ साइट्स पर आपके पर्सनल इंटरेस्ट के बारे में पूछा जा सकता है। यह आमतौर पर किसी पब्लिक सर्वे का हिस्सा होते हैं, लेकिन इसके बारे में बताना या ना बताना आपकी पर्सनल चाॅइस पर निर्भर करता है।

84 किसी साइट के लिए अगर पासवर्ड क्रिएट करना हो, तो इसे स्ट्राॅन्ग बनाएं। इसके लिए पासवर्ड को स्पेशल कैरेक्टर्स, लोअर व अपर केस के एल्फाबेट और डिजिट के कॉिम्बनेशन से मिला कर बनाएं। जिस साइट से आपको बार-बार शॉपिंग ना करनी हो, उस साइट पर अकाउंट ना ही बनाएं, तो अच्छा है।

85 सिक्योर पासवर्ड बनाने के लिए आप पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसकी मदद से बनाया गया पासवर्ड स्ट्राॅन्ग और सेफ होता है।

86 साइट सिक्योर है या नहीं, यह जानने के लिए उसके वेब एड्रेस पर गौर करें। यह https से शुरू होना चाहिए। अगर वेब एड्रेस में सिर्फ http ही लिखा है, तो इसका मतलब यह वेबसाइट सिक्योर नहीं है और इसके जरिए आपकी पर्सनल इन्फाॅर्मेशन किसी हैकर तक पहुंच सकती है। आमतौर पर आपको वेब एड्रेसवाले टैब में वेब एड्रेस से पहले एक लाॅक का निशान नजर आता है। बंद ताला यह दर्शाता है कि यह वेबसाइट पूरी तरह से सेफ है।

87 अगर आप बहुत ज्यादा आॅनलाइन शॉपिंग करते हों, तो समय-समय पर अपने क्रेडिट कार्ड की स्टेटमेंट, बैंक अकाउंट की डिटेल्स चेक करते रहें, ताकि छोटे से छोटा फ्राॅड भी तुरंत नजर में आ जाए।

88 कोई भी चीज आॅर्डर करते समय कंपनी की शिपिंग पाॅलिसी भी जरूर पढ़ लें। जिस वेबसाइट या कंपनी से शिपिंग का समय 10 दिन से ज्यादा लग रहा हो, उसके बारे में पूरी जांच-पड़ताल करें और वहां पहले से पेमेंट के बजाय कैश आॅन डिलीवरी का आॅप्शन चुनें। शिपिंग फीस कितनी चार्ज की गयी है और इस बारे में पहले से बताया गया है कि नहीं, यह भी देख लें। 

89 आमतौर पर कंपनियां अब आपके आॅर्डर की ट्रैकिंग और इंश्योरेंस का ऑप्शन भी देती हैं। महंगे सामान की डिलीवरी के लिए इन बातों को भी चेक करें।

90 आजकल लगभग सभी अपने स्मार्टफोन से पेमेंट करने लगे हैं। हालांकि पेमेंट के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल क्रेडिट और डेबिट कार्ड के इस्तेमाल से ज्यादा सेफ है, पर इसमें भी कुछ बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए। मोबाइल से पेमेंट के लिए पेमेंट एप का इस्तेमाल करें, जो आपके पास ओटीपी कोड भेज कर ही पेमेंट करते हैं।

91 आॅनलाइन पेमेंट करते समय डेबिट कार्ड के बजाय क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल करें। यह ज्यादा सेफ है। डेबिट कार्ड के जरिए हैकर्स सीधे आपके बैंक अकाउंट की इन्फाॅर्मेशन निकाल सकते हैं और इससे पैसे भी फौरन कट जाते हैं। अगर एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड हों, तो कोशिश करें कि कम लिमिटवाला क्रेडिट कार्ड ही आॅनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए रखें।

92 पेमेंट के लिए नेट बैंकिंग का ऑप्शन इस्तेमाल कर रहे हों, तो काम पूरा होने के बाद लाॅगआउट जरूर करें। इसी तरह फोन के पेमेंट एप को भी हमेशा लाॅक करके रखें।

93 जब भी आप किसी ई-काॅमर्स साइट पर आॅनलाइन पेमेंट कर रहे हों, तो उन्हें कभी भी अपना सीवीवी, पिन नंबर, ओटीपी ना बताएं, कुछ डीलर्स आपको क्यूआर कोड भेज कर उसे स्कैन करने को कहते हैं, ऐसा भी कतई ना करें। किसी से पेमेंट लेनी हो, तो भी उन्हें अपना फोन नंबर बताएं, जिसमें ई-वाॅलेट हो और उसी में पेमेंट भेजने को कहें।

94 कोई भी एप डाउनलोड करना हो, तो उसे प्लेस्टोर से ही डाउनलोड करें। जो एप्स इंटरनेट साइट्स पर मौजूद होते हैं, उन्हें डाउनलोड ना करें।

95 कुछ साइट्स और ई-वाॅलेट्स भी पेमेंट के लिए कैशबैक का आॅफर देते हैं। यह कैशबैक और कुछ नहीं, कस्टमर को लुभाने का एक जरिया है, जिसके लालच में कस्टमर बार-बार उनकी साइट का उपयोग करता है।

96 किसी भी कैशबैक आॅफर के लालच में फंसने से पहले यह पता कर लें कि कैशबैक आपको किस रूप में मिल रहा है। कैशबैक के रूप में एक निश्चित धनराशि आपके अकाउंट में आ रही है या फिर यह कैशबैक आपको अगली खरीदारी पर डिस्काउंट के रूप में मिल रहा है। इन दोनों में फर्क है।

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97 कई बार कैशबैक का आॅफर देख कर आप पेमेंट कर देते हैं, पर पता चलता है कि कैशबैक आपको मिला ही नहीं, ऐसा कई बार आपके दूसरा टैब या विंडो ओपन करने के कारण भी होता है। किसी भी आॅफर का लाभ उठाने के लिए आॅर्डर करते समय एक ही टैब ओपन रखें और उसी टैब या विंडो में जा कर आॅर्डर करें, जहां पर कैशबैक का आॅफर दिख रहा हो। जब तक आॅर्डर रजिस्टर ना हो जाए, तब तक विंडो क्लोज ना करें।

98 कैशबैक या कूपन कितनी देर या कितने समय तक के लिए वैलिड है, इस पर भी ध्यान दें। कुछ कूपंस की वैलिडिटी कुछ घंटों की ही होती है, जिसे नजरअंदाज करने पर आप खुद को ठगा हुआ महसूस करते है।

99 कोई महंगा सामान खरीदते समय गारंटी और वाॅरंटी पर भी ध्यान दें। गारंटी किसी भी सामान के खराब होने पर फुल रिप्लेसेंट की होती है, जबकि वाॅरंटी कई नियम और शर्तों के साथ मिलती है, जैसे कुछ खास तरह की खराबी आने पर रिपेअरिंग, सामान के खराब होने पर कुछ पर्सेंट पैसे देने के बाद रिप्लेसमेंट आदि।

100 ऑनलाइन शॉपिंग करते समय अपने फोन का ब्लूटूथ ऑफ करके रखें। दरअसल, कई कंपनियां इसकी मदद से आपकी परचेज हिस्ट्री को ट्रैक करती हैं और फिर आपके फोन में वैसे ही प्रोडक्ट्स के एड्स की भरमार हो जाती है। पब्लिक प्लेस में जाते समय तो अपने फोन का ब्लूटूथ वैसे ही ऑफ करके रखना चाहिए।

101 किसी शॉपिंग साइट का अगर आपने एप अपने फोन में डाउनलोड कर रखा है, तो उसे भी समय-समय पर अपडेट करते रहें। आमतौर पर शॉपिंग साइट्स में आपकी फाइनेंशियल डिटेल्स सेव्ड होती हैं। एप अपडेट करने से इस डीटेल को हैक करना मुश्किल हो जाता है। हालांकि जिस साइट या एप के बारे में आ7=0=पको जानकारी ना हो, उसे अपडेट करने से बचें।