Tuesday 28 July 2020 04:11 PM IST : By Nisha Sinha

घर में दखल देने वाली पड़ोसिनों से कैसे निबटें

padosi

दिनभर के काम की थकान के बाद जब घर पहुंचो, तो बस एक ही चाहत होती है कि जल्दी से फ्रेश हो कर चाय का प्याला उठाअो अौर सोफे पर बैठ कर किसी एंटरटेनमेंट चैनल में खो जाअो। लेकिन यह तभी संभव है जब कीमती सुकूनभरे पल को पड़ोसी की नजर ना लगे। वर्किंग वुमन ही नहीं हाउसवाइफ भी कभी-कभी अपनी पड़ोसिनों से परेशान हो जाती हैं। सुबह से दोपहर तक की नॉनस्टॉप थकान को दूर करने के लिए जैसे ही वह रिचार्ज होने के लिए कुछ पल को अांखें मूंद कर लेटना चाहती है वैसे ही डोरबेल बज जाती है अौर दरवाजा खोलते ही पड़ोसिन हंसते-हंसते घर में दाखिल हो जाती है। अाप भले ही बार-बार घड़ी की सूइयों की अोर देखें, लेकिन इन पड़ोसिनों पर इसका कोई असर नहीं होता अौर वे अपनी जासूसी का कोटा पूरा करके ही निकलती हैं। अाइए जानें किन पड़ोसियों से कैसे निबटा जाए-  

छोटे टारगेटवाली पड़ोसिनें


कुछ पड़ोसिनों की रुचि अापके घर की छोटी-छोटी बातों को जानने में होती है मसलन चाय अाप बनाती हैं या सास, ननद के साथ अानेवाला स्मार्ट लड़का कौन था, अाजकल पतिदेव की सैलरी कितनी है...।
यों निबटें ः ऐसे पड़ोसी काफी स्वार्थी होते हैं, अपने टाइम का पूरा सदुपयोग करते हैं अौर जब मन नहीं लगे, तो टाइमपास करने के लिए दूसरों के घर अा धमकते हैं। इन्होंने बहुत परेशान कर रखा है, तो उनके साथ जैसे को तैसा बिहेव करें, भले ही बहुत बचकाना लगे। यह अाजमाएं, कुछ दिनों तक उनके यहां धमक जाया करें। ना चाहते हुए भी उनसे वैसे ही प्रश्न पूछें जैसा वे पूछती हैं, उनके पति के दफ्तर से लेट अाने का कारण पूछें,  कुछ दिनों में ही ऊंट पहाड़ के नीचे अा जाएगा। यह अहसास दिलाएं कि उनका घर उनके लिए टाइमपास का अड्डा नहीं है।

परदे को रहने दो


कुछ पड़ोसी ऐसे होते हैं, जिनकी नजर हमेशा अापके घर की शीशेवाली खिड़कियों, बालकनी में लगी जालीदार ग्रिल्स की तरफ होती है। अापके घर की हर गतिविधि में उनकी रुचि हमेशा बनी रहती है।
यों निबटें ः उन जगहों पर परदे डाल कर रखें, जिसका व्यू पड़ोस के घर से साफ दिखता हो। शाम को ट्यूबलाइट जलते ही खिड़कियोंवाले कमरों के परदे या चिक गिरा दें। मुख्यद्वार से लगे कमरे को साउंडप्रूफ बनाएं, ताकि घर की बातें चारदीवारी में रहें। तेज बोलने की अादत है, तो इसमें सुधार लाएं। इन उपायों के बाद पड़ोसी को कोई सुराग नहीं मिलेगा, जिससे वे धीरे-धीरे अापमें रुचि खो देंगे।

टालो मत टोक दो


अगर अापको लगता है कि पड़ोसी घूरता रहता है। लिफ्ट या सीढ़ियों पर बात करने की कोशिश करता है, डोरबेल बजा कर पेपर मांगता है, कभी-कभी रात को लैपटॉप या पेन ड्राइव मांगने के बहाने अाता है अौर इधर-उधर की बातें शुरू कर देता है, तो ऐसी हरकतों को टाले नहीं।
यों निबटें ः पहले उसे बताएं कि उसकी हरकत अापको परेशान कर रही है। फिर पड़ोसी के माता-पिता या पत्नी को इस बारे में बताएं। अापकी रिश्तेदारी में कोई पुलिस में अच्छे पोजिशन पर हैं, तो उनसे मदद लें मसलन उनको कहें कि एक-दो दिन में वे अापसे अा कर मिल लिया करें।  

क्या कहती है स्टडी


मकान खरीदारों पर की गयी एक स्टडी में 25 प्रतिशत ने स्वीकारा कि उन्हें इस बात का बेहद अफसोस है कि मकान खरीदने के दौरान उन्होंने अपने पड़ोसियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं ली। केवल 16 प्रतिशत लोगों को इस बात का दुख था कि उनका घर छोटा है। करीब 40 प्रतिशत लोग अपने पड़ोसियों से परेशान थे, जो बहुत शोर मचाते थे, अकसर पार्किंग को ले कर बहस करते थे, पालतू जानवरों की वजह से उलझते थे। इसलिए पड़ोसी का अच्छा होना बहुत जरूरी है।