Thursday 24 September 2020 09:57 PM IST : By Gopal Sinha

ताकि रिजेक्ट ना हो होम लोन

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होम लोन के रिजेक्ट होने की वजह जान लेंगे, तो अपने घर का सपना पूरा होते देर नहीं लगेगी।
अगर अाप भी होम लोन ले कर घर खरीदना चाहते हैं अौर बैंक अापकी एप्लिकेशन को स्वीकार नहीं करता, तो बजाय उदास होने के देखें कि कमी कहां है अौर उसे दूर करने की कोशिश करें।
क्रेडिट स्कोर
कोई भी बैंक या फाइनेंशियल इंस्टिट्यूट कस्टमर को लोन देने से पहले उसका क्रेडिट स्कोर चेक करता है। क्रेडिट स्कोर एक अंक है, जिसका बढ़ना-घटना इस बात पर निर्भर करता है कि व्यक्ति ने अपना पिछला लोन किस तरह चुकाया है। अपने लोन की सारी किस्तें समय पर अदा करनेवाले कस्टमर का क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है। लोन की ईएमअाई समय पर ना चुकायी जाएं, तो क्रेडिट स्कोर नीचे चला जाता है। ऐसे में होम लोन मिलना मुश्किल हो सकता है। हालांकि कुछ संस्थान कम क्रेडिट स्कोर पर भी होम लोन देते हैं, लेकिन उनका इंटरेस्ट रेट अौर अन्य चार्ज सामान्य के मुकाबले कहीं अधिक होता है। बैंक अामतौर पर 750 क्रेडिट स्कोर को लोन देने लायक एक अच्छा स्कोर मानते हैं।
क्या करें ः अपने लोन की रीपेमेंट अौर क्रेडिट कार्ड की पेमेंट समय से करें। अापके लोन के गारंटर ने भी कोई लोन लिया हुअा है, तो उसकी भी ईएमअाई मिस ना हो। अापके क्रेडिट स्कोर पर इसका भी असर पड़ता है। अपनी कुछ वित्तीय सूचनाएं दे कर अाप अपना क्रेडिट स्कोर अॉनलाइन पता कर सकते हैं, कई फाइनेंशियल संस्थाएं इसकी सुविधा देती हैं।
उम्र का असर
अामतौर पर 60 साल की उम्र तक होम लोन मिल सकता है, लेकिन 70 साल तक सारी किस्तें चुका देने की भी शर्त हाेती है। यानी कम उम्र में होम लाेन अासानी से अौर लंबी अवधि के लिए मिल सकता है, जबकि रिटायरमेंट की उम्र के अासपास होम लोन पाने में दिक्कत अा सकती है।
क्या करें ः होम लोन जितनी जल्दी लें, उतना अच्छा। बड़ी उम्र में लोन लेना हो, तो अपने बच्चे या जीवनसाथी को को-पार्टनर बना कर अपने लोन पाने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। कम अवधि अौर बड़ी ईएमअाई के अॉप्शन के साथ होम लोन के लिए अप्लाई करें, तो लोन मिलने की उम्मीद अधिक होती है।
इनकम व खर्च का रेशियो
कस्टमर की इनकम अौर उसकी वर्तमान ईएमअाई व अन्य निश्चित खर्चे के बीच के अनुपात को फिक्स्ड-अॉब्लिगेटरी-टू-इनकम-रेशियो (FOIR) कहते हैं। लोन देनेवाले संस्थान इस रेशियो को कस्टमर की इनकम का 40-50 प्रतिशत तक ठीक मानते हैं। अामदनी का अाधे से अधिक खर्च होने पर होम लोन एप्लिकेशन रिजेक्ट हो सकती है।
क्या करें ः अाप पहले से चले अा रहे लोन की पूरी किस्तें चुका कर अपना एफअोअाईअार कम कर सकते हैं। अाप अपने नए होम लोन की ईएमअाई कम रख कर भी इस रेशियो को लिमिट में रख कर होम लोन पाने की संभावना बढ़ा सकते हैं।
नौकरी व कंपनी का प्रोफाइल
सरकारी संस्थानों अौर बड़ी कंपनियों में काम करनेवाले लोगों को होम लोन मिलने की संभावना अधिक होती है। छोटी कंपनियों में कार्यरत अौर जोखिमभरे जॉब करनेवालों को होम लोन देने से बैंक हिचकते हैं।
क्या करें ः अगर इस कारण से बैंक होम लोन ना दे, तो होम लोन देनेवाले निजी संस्थानों में अावेदन करें। इस तरह के कस्टमर अॉनलाइन भी होम लोन के अॉप्शन सर्च कर सकते हैं।
संपत्ति संबंधी कमी
अाप जिस प्रॉपर्टी के लिए लोन लेना चाहते हैं, अगर उसमें कोई कानूनी अड़चन हुई या कोई विवाद हुअा, तो लोन नहीं मिलेगा। पुराने घर पर भी लोन मिलने में मुिश्कल अाती है।
क्या करें ः प्रॉपर्टी चुनने से पहले उसके कागजात किसी जानकार से अच्छी तरह चेक करा लें। देख लें कि उक्त संपत्ति पर कोई सरकारी देनदारी तो नहीं है।    
उपरोक्त कारणों के अलावा बार-बार जॉब बदलनेवाले लोगों को भी लोन मिलने में दिक्कत अाती है। होम लोन लेना हो, तो नौकरी में स्थायित्व रखें। वहीं अगर अापने किसी लोन की गारंटी दी हुई है अौर उस लोन की रीपेमेंट समय से ना हो रही हो, तो इससे भी अापकी होम लोन एप्लिकेशन रिजेक्ट हो सकती है।