Tuesday 11 February 2020 12:21 PM IST : By Nisha Sinha

सुबह उठ कर क्यों करना चाहिए हथेली दर्शन

कराग्रे वसते लक्ष्मी, करमध्ये तू केशवः
करमूले वसते ब्रह्म, प्रभाते कर दर्शनम् ।।
ऊपर लिखे श्लोक के अनुसार हथेली के अागे के भाग में लक्ष्मी का निवास होता है। हथेली के मध्य यानी बीच के भाग में भगवान विष्णु वास करते हैं। हथेली के नीचे के हिस्से में ब्रह्मा का स्थान होता है। इसलिए सुबह अांख खोलते ही हथेली का दर्शन करना अच्छा माना गया है। कहते हैं ऐसा करने से पूरा दिन अच्छा बीतता है।
दर्शन से पाएं शुभ-लाभ
कुछ रोचक तथ्यों के कारण अास्थावान लोग हथेली दर्शन करते रहे हैं।

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कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र को दिन में 3 बार बोलने से बल अौर विद्या बढ़ती है।
हथेलियों को देखते समय अगर निगाह सबसे पहले अागे के भाग पर जाती है, तो समझें कुछ अर्थ लाभ होनेवाला है।
मध्य भाग पर सबसे पहले नजर अाती है, तो समझें कि कोई विशेष मनोकामना पूरी होनेवाली है।
हाथ खोलते ही इसके नीचे के भाग पर अांखें टिक जाएं, तो यह माना जाता है कि किसी परेशानी से छुटकारा मिलनेवाला है।
ऐसी धारणा है कि हथेलियों का रंग दिन में 3 बार बदलता है। इतना ही नहीं, उन पर बनी रेखाएं भी समय गुजरने अौर कर्म के अनुसार बदलती रहती हैं।
कहते हैं कि पुरुष की दाहिनी हथेली अौर महिलाअों की बायीं हथेली की रेखाअों में उनकी जिंदगी से जुड़े राज छिपे होते हैं।
हथेली बताए सेहत व स्वभाव
हथेलियों के बदलाव से सेहत में होनेवाले उतार-चढ़ाव के भेद भी खुलते हैं।
जिनकी हथेली का रंग पीला होता है अौर इसकी त्वचा रूखी हो, तो ऐसे लोग स्वभाव से बेहद रूखे अौर बर्हिमुखी होते हैं। इनको गुस्सा भी खूब अाता है।
मुलायम हथेली के लोग उदार स्वभाव के होते हैं। इनमें बर्दाश्त करने की अदभुत क्षमता होती है। इनके पास ज्ञान का भंडार होता है। इन लोगों को कफ व खांसी की परेशानी हो सकती है।
स्वास्थ्य रेखा अगर जीवनरेखा को छूती हुई निकल रही हो, तो अच्छा नहीं माना जाता है। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।
स्वास्थ्य रेखा अौर सहायक रेखा साथ-साथ चलती हों, तो समझें कि उनका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
मटमैले रंग की ढीली त्वचावाली हथेलियां होने पर जोड़ों में दर्द अौर पेट में गैस की परेशानी की अाशंका रहती है। इस तरह की हथेलीवाले लोग अामतौर पर अंतर्मुखी स्वभाव के होते हैं।